जाकी याचत शरण सब, विधि हरि हर उनमान | सोइ यशुमति की गोद हित, लोटत रोदन ठान ||९९||
भावार्थ-जिन भगवान् श्रीकृष्ण की शरण, ब्रह्मा, विष्णु, शंकर सरीखे भी चाहते हैं | वही सर्वशरण्य ब्रह्म श्रीकृष्ण यशोदा मैय्या की गोद की शरण पाने के हेतु रोता हुआ ब्रजभूमि पर लोट रहा है |
Brief explanation-Even personalities like Brahma, Shankar and Vishnu seek shelter of Lord Krishn. But Lord Krishn who is the shelter of all, is seen rolling on the ground and crying for the shelter of His mother Yashoda lap.........Bhakti Shatak
भावार्थ-जिन भगवान् श्रीकृष्ण की शरण, ब्रह्मा, विष्णु, शंकर सरीखे भी चाहते हैं | वही सर्वशरण्य ब्रह्म श्रीकृष्ण यशोदा मैय्या की गोद की शरण पाने के हेतु रोता हुआ ब्रजभूमि पर लोट रहा है |
Brief explanation-Even personalities like Brahma, Shankar and Vishnu seek shelter of Lord Krishn. But Lord Krishn who is the shelter of all, is seen rolling on the ground and crying for the shelter of His mother Yashoda lap.........Bhakti Shatak
No comments:
Post a Comment