Tuesday, February 12, 2013

श्यामसुन्दर ! तुम अनादिकाल से मेरे थे , और अनंतकाल तक मेरे बने रहोगे , यह वेदों में तुम्हीं ने स्वयं कहा है ! फिर अधम उधारन श्री कृष्ण ! मुझे क्यों भुला दिया ?
********श्री महाराज जी ********

हे श्यामसुन्दर ! तुम अनादिकाल से मेरे थे , और अनंतकाल तक मेरे बने रहोगे ,  यह वेदों में तुम्हीं ने स्वयं कहा है ! फिर अधम उधारन श्री कृष्ण ! मुझे क्यों भुला दिया ?
********श्री महाराज जी ********

 
 
 

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