Friday, March 1, 2013

गुरु एवं भगवान में कभी भी भेद मत मानो, सदा उन्हें अपने साथ ही मानो, अन्यथा मन मक्कारी करने लगेगा। मन को बाँधो । मन के दास न बनो । कुसंग से सदा बचो तथा मन को सदा अपने गुरु में ही लगाये रहो । मन के हारे हार है, मन के जीते जीत ।
...........जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज.
गुरु एवं भगवान में कभी भी भेद मत मानो, सदा उन्हें अपने साथ ही मानो, अन्यथा मन मक्कारी करने लगेगा। मन को बाँधो । मन के दास  न बनो । कुसंग से सदा बचो तथा मन को सदा अपने गुरु में ही लगाये रहो । मन के हारे हार है, मन के जीते जीत ।
...........जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज.

 

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