Thursday, May 21, 2020

आप केवल श्री महाराज जी की ज्येष्ठा पुत्री होने या 'जगद्गुरु कृपालु परिषत, श्री भक्ति धाम, मनगढ़' की अध्यक्षा होने के कारण ही बड़ी नहीं हैं अपितु अपनी आदर्श गुरुभक्ति, गुरुसेवा के कारण समस्त विश्व के लिए बड़ी हैं, वंदनीय हैं। और उतना ही बड़ा है आपका मातृस्वरूप हृदय जिससे आपने सभी पर अहैतुक अपार वात्सल्य प्रेम लुटाया है।
हम सदैव आपकी कृपा के ऋणी रहेंगें ।आपकी कृपादृष्टि हम सभी पर सदा ऐसे ही बनी रहे ।

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