Thursday, April 23, 2015

भगवान् के नाम , रूप , लीला , गुण , धाम की अभिन्नता का सिद्धान्त जन जन के मस्तिष्क में भरकर विभिन्न संकीर्तन पद्धतियों द्वारा ब्रजरस प्रवाहित करने वाले ब्रजरस रसिक गुरुवर को कोटि कोटि प्रणाम।

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