भगवद
क्षेत्र में उधार मत करो। तुरंत साधना में लग जाओ। मृत्यु किसी भी क्षण आ
सकती है। और जब आज कल पर ही टालते रहोगे तो उम्र चाहे जितनी भी हो पर कभी
भजन प्रारंभ नहीं कर सकोगे। अत: भगवदप्राप्ति का लक्ष्य पूरा नहीं होगा।
-------जगद्गुरु श्री कृपालुजी महापभु।
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