कृष्ण-कृपा बिनु जाय नहिँ , माया अति बलवान |
शरणागत पर हो कृपा , यह गीता को ज्ञान ||२९||
भावार्थ – यह माया शक्ति इतनी बलवती है की शक्तिमान भगवान श्रीकृष्ण की
कृपा के बिना नहीं जा सकती | और यह कृपा भी केवल शरणागत जीव पर ही होती है |
यह सम्पूर्ण गीता का सारभूत ज्ञान है |
(भक्ति शतक )
जगदगुरु श्री कृपालुजी महाराज द्वारा रचित |
शरणागत पर हो कृपा , यह गीता को ज्ञान ||२९||
भावार्थ – यह माया शक्ति इतनी बलवती है की शक्तिमान भगवान श्रीकृष्ण की कृपा के बिना नहीं जा सकती | और यह कृपा भी केवल शरणागत जीव पर ही होती है | यह सम्पूर्ण गीता का सारभूत ज्ञान है |
(भक्ति शतक )
जगदगुरु श्री कृपालुजी महाराज द्वारा रचित |
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