मन
का एक काम है स्मरण , चिन्तन । और ऐसा मन हमको भगवान् ने दिया है कि जो
सदा वर्क करता है । एक सैकंड को पैंडिंग में नहीं रह सकता । वह कर्म करेगा ।
अच्छा करे , बुरा करे या अच्छे बुरे से परे वाला कर्म भगवद् विषयक भक्ति
करे । तीन ही कर्म तो होंगें । बुरा कर्म करेगा पाप कर्म करेगा , तो नरक
जायेगा । पुण्य कर्म करेगा , अच्छा कर्म करेगा तो स्वर्ग जायगा और अच्छा
बुरा दोनों छोड़ कर श्रीकृष्ण की भक्ति करेगा तो भगवान् के लोक को जायेगा ।
चौथी कोई चीज नहीं है ।
---- जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज।
---- जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज।
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