हम लोग अपने स्वार्थ की द्रष्टि से गुरु तत्व को भगवान् से बड़ा मानते हैं ! है नहीं,! क्योंकि भगवान् संबंधी समस्त वेद - ज्ञान गुरु ही देगा ! मार्ग की बाधाओं को दूर करेगा तथा अन्त में भगवत्प्राप्ति भी वही करायेगा ! अंतःकरण की शुद्धि पर प्रेमदान वही करेगा !
********जगद्गुरु श्री कृपालु महाप्रभु**********
********जगद्गुरु श्री कृपालु महाप्रभु**********
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