अगर किसी ने एक वाक्य बोल करके आपके दिमाग में टेंशन पैदा कर दिया तो वो जीत गया , आप हार गये , बेवकूफ बन गये । एक सेन्टेन्स(sentence) ने बेवकूफ बना दिया आपको और अमूल्य निधि जो इस समय आपके पास थी - श्रीकृष्ण का , गुरु का चिन्तन कर रहे थे , उसने छीन लिया और घोर गन्दगी में आपके अन्तः करण को डुबो दिया इसलिए द्वेष नहीं करना है किसी से । वहाँ पर ये समझना है ये भगवान् की परीक्षा है । वो ही बैठे - बैठे गुरु घण्टाल ये सब करा रहे हैैं लेकिन मैं पीछे हटने वाला नहीं हूँ , जितना चाहे उतना कर ले ।
#पुस्तक:- #नारद_भक्ति_दर्शन
पृष्ठ संख्या :- १६५ एवं १६६
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