हम किसी जीव को छोड़ देंगे , यह कैसे सम्भव है।
यह तो उस व्यक्ति विशेष की स्थिति पर निर्भर करता है।
जब तक अलग रहेगा तभी तक अगल रहेगा।
लेकिन जैसे ही अन्दर से वह ठीक हो जायेगा , 'कृपालु' को तुरन्त ही ठीक हो जाना पड़ेगा , चाहे उससे पूर्व उसने अनन्त अपराध किये हैं।
………जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाप्रभु।
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