Sunday, September 1, 2013

हे जीव ! समस्त शास्त्रों का ज्ञान त्याग के एक ही ज्ञान ह्रदय में धारण कर ले कि श्रीहरि का सुख ही तेरा सुख है !

>>>>>>>>जगद्गुरु श्री कृपालु महाप्रभु जी<<<<<<<<

No comments:

Post a Comment