एक
सुन्दर स्त्री को एक व्यक्ति रिवाल्वर से मारने जा रहा है एवं दूसरा
व्यक्ति उस सुन्दरी को बचाने के लिये स्वयं सीना ताने खड़ा है। ऐसा क्यों ?
पता लगाने पर ज्ञात हुआ कि वह सुन्दरी रिवाल्वर मारने वाले की स्त्री है
किन्तु सीना ताने हुए व्यक्ति से प्रेम करती है। अब सोचिये सुन्दरता में
सुख होता तो दोनों को बराबर-बराबर मिलता।
जिस वस्तु में बार-बार सुख का चिन्तन किया जाता है उसी वस्तु में आसक्ति हो जाती है।
----जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज।
जिस वस्तु में बार-बार सुख का चिन्तन किया जाता है उसी वस्तु में आसक्ति हो जाती है।
----जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज।
No comments:
Post a Comment