स्वभाव ही है अकारण कृपा करने का | तुम विश्वास कर लो, बस, काम बन जाय
तुम अपने आपको सदा के लिए उनके हाथों बेच दो, वे सब ठीक कर देंगे |
देखो उन्होंने महान से महान पापियों को भी हृदय से लगाया है,फिर तुम्हे क्यों अविश्वास या संकोच है| एक बार ऐसा करके तो देखो |
............तुम्हारा कृपालु।
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