जिस महापुरुष के सानिध्य में हृदय में भगवत प्रेम बढ़ने लगे एवं हृदय पिघलने लगे समझो की वह वास्तविक महापुरुष है.
With Whomsoever Saint’s Company, Your heart melts and Your love for God Increases, Then that saint is the True Saint.
~~~~Jagadguru Shree Kripaluji Maharaj~~~~
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