जिस महापुरुष के सानिध्य में हृदय में भगवतप्रेम बढ़ने लगे एवं हृदय पिघलने लगे तो समझ लो की वह वास्तविक महापुरुष ही है।
With Whomsoever Saint’s Company, Your heart melts and Your love for God
Increases, Then surely realize that saint to be a real saint.
.....Jagadguru Shri Kripaluji Maharaj.
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