तुम एक बात सोचो क्या संसारी जीव ऐसा है कि महापुरुष उसकी ओर देखे ? जो श्यामा श्याम को देखता है वो तुमको देखे ?
संसार में जो देखते हैं लोग अच्छे कपड़े हैं , ये सामान है , ये दुकान है , और वहीं पर एक बहुत बड़ा पाखाने का ढेर लगा दिया जाये तो कोई देखेगा उसकी ओर ?
अगर द्रष्टि भी पड़ जायेगी तो तुरंत अबाउट टर्न हो जायेगा !
जो उसी प्रकार भगवान् या महापुरुष हमारी ओर देखें ! आश्चर्य है , क्यों देखें ? नित्य श्यामा श्याम के असीम आनन्द में विभोर रहने वाला हम कूड़ा कबाड़ा जीवों की ओर देखे - ये कृपा के सिवा और क्या है ? हम देखने लायक हैं ? फिर हमसे बात भी कर ले तो इससे बड़ी कृपा क्या हो सकती है !
संसार में जो देखते हैं लोग अच्छे कपड़े हैं , ये सामान है , ये दुकान है , और वहीं पर एक बहुत बड़ा पाखाने का ढेर लगा दिया जाये तो कोई देखेगा उसकी ओर ?
अगर द्रष्टि भी पड़ जायेगी तो तुरंत अबाउट टर्न हो जायेगा !
जो उसी प्रकार भगवान् या महापुरुष हमारी ओर देखें ! आश्चर्य है , क्यों देखें ? नित्य श्यामा श्याम के असीम आनन्द में विभोर रहने वाला हम कूड़ा कबाड़ा जीवों की ओर देखे - ये कृपा के सिवा और क्या है ? हम देखने लायक हैं ? फिर हमसे बात भी कर ले तो इससे बड़ी कृपा क्या हो सकती है !
--------सुश्री श्रीधरी दीदी (जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज की प्रचारिका)।
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