सिद्धान्त
ज्ञान में theory की नॉलिज (knowledge) में आलस्य न करो। अगर पूरा ज्ञान
तुम्हें थ्योरी (theory) का नहीं होगा तो तुम साधना में गिर जाओगे। पूरी
नॉलिज (knowledge) चाहिये -----
भगवान् कौन है ?
जीव क्या है ?
माया क्या है ?
संसार क्या है ?
मन क्या है ?
बुद्धि क्या है ?
हर चीज़ आपकी नॉलिज (knowledge) में रहनी चाहिये। तब आपका पतन नहीं होगा। आप चलते जायेंगे सीधे।
भगवान् कौन है ?
जीव क्या है ?
माया क्या है ?
संसार क्या है ?
मन क्या है ?
बुद्धि क्या है ?
हर चीज़ आपकी नॉलिज (knowledge) में रहनी चाहिये। तब आपका पतन नहीं होगा। आप चलते जायेंगे सीधे।
..........जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज।
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