शास्त्रीय
सिद्धांतों को प्रवचन, साहित्य, टी. वी. के माध्यम से एवं प्रचारकों को
शिक्षित करके देश-विदेश में भेजकर उनके द्वारा जनसाधारण तक पहुँचाकर,
सम्पूर्ण विश्व का महान् उपकार करने वाले करुणावतार श्री कृपालु गुरुदेव के
कोमल चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम...!!!
ब्रजधाम के एक साधु श्री का श्री महाराजजी के लिए उदगार...!!!
"कृपालु जी महाराज तो साक्षात् राधारानी हैं, वे तो अवढरदानी हैं। उन जैसा अवढरदानी, महान् दाता पृथ्वी पर दूसरा कोई नहीं हो सकता। उन्होंने तो सदा से लुटाया ही लुटाया है, लूटने वालों ने खूब लूटा और न लूटने वालों ने कुछ नहीं लूटा, वे चूक गये..... !"
ब्रजधाम के एक साधु श्री का श्री महाराजजी के लिए उदगार...!!!
"कृपालु जी महाराज तो साक्षात् राधारानी हैं, वे तो अवढरदानी हैं। उन जैसा अवढरदानी, महान् दाता पृथ्वी पर दूसरा कोई नहीं हो सकता। उन्होंने तो सदा से लुटाया ही लुटाया है, लूटने वालों ने खूब लूटा और न लूटने वालों ने कुछ नहीं लूटा, वे चूक गये..... !"
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